Monday, July 6, 2015

      समता ज्ञान केन्द्र
गाँव -पूरालाल , पोस्ट धेमा (बदलापुर ) जिला - जौनपुर .उ.प्र.222125
फोन - 91 9935149867 email- samtaghar@gmail.com
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आवश्यक सूचना
माँ बाप और अभिभावक के लिए - हर परिवार की इच्छा रहती है कि उसके बच्चे अच्छी शिक्षा पायें , लेकिन देखने में आया है कि बहुत सारे अभिभावक या माता -पिता यह नहीं जानते कि अच्छी शिक्षा क्या होती है ? इस जानकारी के अभाव में समूचा हिन्दी सूबा अपने बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है . उसे एक ललक रहती है कि उसका बच्चा अंग्रजी सीखे ,बोले और समझे . बस इतना ही उसके सोचने का पैमाना है . और इस ललक का फायदा उठा कर अनेको अपढ़ लोग जनता को बेवकूफ बनाने के धंधे में लग गए हैं और जोर शोर  से प्रचारित करते हैं कि हम बच्चे को अंगरेजी माध्यम से पढायेंगे . यह अंगरेजी माधम की भूख सीधे सादे गंवई लोगों को लूट रहा है . जब उस स्कूल के किसी भी मास्टर को अंगरेजी क्या होती है तक की जानकारी नहीं है . अंगरेजी एक भाषा है उससे किसी को गुरेज नहीं है . बतौर एक भाषा के अंगरेजी हर स्कूल में पढाई जाती है . ठीक उसी तरह जैसे हिंदी , संस्कृत , उर्दू और अंग्रेजी . यह भ्रम माता पिता को निकाल देना चाहिए . अंग्रजी माध्यम को समझ लीजिए . माध्यम मतलब भूगोल , इतिहास . गणित , साइंस सब कुछ अंग्रजी में पढ़ाया जाना . लेकिन येसा नहीं होता . दूसरा धोखा -बच्चे के लिए वर्दी . वर्दी मतलब पहनावा . कितनी सीधी सी बात है कि लोग क्या पहनते हैं और क्यों पहनते हैं ? अंग्रेज जहां बसा हुआ है वहाँ का मौसम ठंढ है . बारहों महीने ठंढ पड़ती है इसके लिए वे अपने आपको उन कपड़ों से ढंकते हैं जो उन्हें गर्मी पहुचाए . कोट पैंट टाई जूता वगैरह . आप ज़रा सोचिये आप यहाँ जिस मौसम में रहते हैं वहाँ क्या पहना जाता है . यहाँ कुल तीन मौसम होते हैं और उस मौसम के लिहाज से ही बच्चों को भी कपड़ा पहनने की आदत डालनी चाहिए ,लेकिन आप कर क्या रहे हैं बारहों महीना बच्चा टाई , मोजा , जूता . चुश्त कपड़े पहन रहा है उस बच्चे के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ेगा ? कभी आपने इस पर भी गौर किया कि अगर एक टाई उस अंगरेजी माध्यम के किसी अध्यापक को दे दी जाय तो वह उसे सलीके से बिलकुल नहीं  बांध पायेगा.  या भयंकर गर्मी और उमस में बच्चे की गर्दन टाई से कसी रहती है .यह आपको या आपके बच्चे को पसंद आएगा क्या ? कभी आपने जानने की कोशिश की कि दुनिया में सबसे अच्छा कौन सा कपड़ा होता है ? जो सेहत के लिए और स्वच्छता के लिए, सारी दुनिया उसकी तारीफ़ करती है ? वह कपड़ा है खादी . हर मौसम में यह आपको तारो ताजा रखती है गर्मी में ठंढ और ठंढ में गर्मी देता है खादी . दूसरी बात बच्चों को सादगी और स्वाभिमान से भरता है . तीसरी बात बच्चे फुलवारी के फूल की तरह होते हैं  उन्हें एक तरह के कपड़े पहना कर आप फ़ौज में भेज रहे हैं को विद्यामंदिर में ?

बच्चे को क्या , कितना और कैसे पढ़ाया जाय .

-------------------------------------------स्कूल का मतलब होता है कि किसी अभिवावक या माता पिता को बच्चे को स्कूल भेजने के लिए ,जोर जबर दस्ती न करनी पड़े . बल्कि बच्चा स्वयं स्कूल जाने के लिए लालायित रहे . इसके लिए बच्चे को उचित माहौल , खेल की सामग्री और पाठ्य सामग्री प्रचुर मेरा में होनी चाहिए . बच्चों को अपने लिए खेलने की सामग्री खुद बनाना सिखया जाना चाहिए . साथ ही साथ बच्चे के लिए कला बहुत जरूरी है . अध्यापक को चाहिए कि वह बच्चे पर कभी भी धौंस न जमाये या उन्हें किसी भी बात के लिए प्रताडित करे . अध्यापक को चाहिए कि वह बच्चे में प्रश्न पूछने की आदत डाले और अध्यापक उसका उत्तर दे . इससे अध्यापक और बच्चे के बीच दोस्ती का रिश्ता बनता है . इन सब बातों को ध्यान में रख कर समता ज्ञान केन्द्र की स्थापना की गयी है . ... आप से अपील है कि आप अपने बच्चे का दाखिला समता ज्ञान केन्द्र में कराएं .
                                                      खुला दाखिला , सस्ती शिक्षा .
                                                      लोकतंत्र की यही परिक्षा / 

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