Monday, August 7, 2017

पर कथा / चंचल

सुनती हो  ! जी यस टी  सिजेरियन है
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   हुकूमत की अपनी भाषा होतीहै और जनता की अपनी . हुकूमत जनता की भाषा समझती है पर जनता हुकूमत की भाषा से दूर ही  रहती है . यह मैकाले की युक्ति है .
मैकाले के पहले भी , तंत्र कोइ भी रहा हो हुकूमत अपनी अलग की जुबान रखता है . जब धर्म सत्ता पर काबिज था और समाजका नियंत्रण वह करता था तब भी यही चलन था
बाइबिल इब्रानी भाषा में इसाईयत को विस्तार देतीहै /इस्लाम का कुरआन अरबी में है . सनातन धर्म संस्कृत में , इन तमाम  धर्मो को मानने वाले  लोग अपनी धार्मिक भाषा से
कोसों दूर है . धर्म के नाम पर लूट की जो व्यवस्था बनी उसमे अजनवी भाषा को एक हथियार के रूप में रखा गया. हमने जिनका जिक्र किया ये सब अपने काल में सत्ता रहे हैं
और आज जब सत्ता का स्वरूप बदला जनतंत्र आया तो भाषा भी बदल गयी लेकिन मूल भावना वही रही की सत्ता की भाषा से जन भाषा अलग रहे .सबसे मजेदार मौजूदा
सरकार की भाषा है .ये जब तक सत्ता में नही थे तब तक- हिंदी , हिन्दू और हिन्दुस्थान चीखते रहे . सत्ता में आते ही अंग्रेज हो गये , एकभी नारा इनका हिंदी में नही मिलगा .
मेक इंडिया , इंडिया टीम , ब्लैक मनी , डी मोंतेजायेसन . अब जी यस टी . चारो तरफ शोर हुआ जी यस टी . खबर पहिये पर तो चलती नही ,ये तो उडती है तो हवाकी भी हवा
 निकाल दे. ती है .  गाँव की अपनी सिफत होती है , उसका अपना नजरिया होता है , भाषा और मुहावरे तो ऐसे होते हैं की घोड़ा नस कटा गाजीपुर में औ पता चला गाजियाबाद में
संवाद सुनिए -
- देवर ! इ जेय्स्टी का है ?
- देख्बू का ?
- सुना है रात में बाढ़ बजे निकला ?
- हाँ , अटक गवा रहा .
- कोलई कहत रहे की सिजेरियन निकला .
 गाँव में पिछले बीस साल से यह शब्द घर घर में आ गया है जिसे सिजेरियन कहते हैं . अब न ओ माएं रही जो आराम से आम्खाते खाते बच्चा दे जाती रही ,चमाइन की हंसिया से
 नाल काट कर अँधेरे बंद कमरे में दाल दिया जाता रहा . अँधेरे से निकला बच्चा आहिस्ता आहिस्ता रौशनी से मिलता था तब तक आँख की रेटिना रौशनी सहने लायक होजाती थी
अब बच्चे अस्पताल में होते हैं , पैदा होते ही हैं ट्यूब  लाईट में  नतीजा ? तीन साल बाद आँख पर चस्मा . तो यह जी यस टी भी सिजेरियन है . पेट्रोल, डीजल , और कश्मीर को
छोड़ कर बाद बाकी हर जगह , हर सामान पर जी यस टी का भार बढ़ा मिलेगा . यह पहली सरकार आयी है जो अखंड भारत तो चीखती है लेकिन अपने ही एक सूबे कश्मीर को
भारत से बाहर कर दिया . पुरे देश में यह टैक्स लगेगा लेकिन कश्मीर में नही . डीजल पेट्रोल पर इस लिए नही लगेगा की अगर डीजल पेट्रोल पर जी यस टी लगा तो पेट्रोल और डीजल
४० प्रतिशत दाम नीचे गिर जायगा . क्यों की जी यस टी कुल २८ फीसद टैक्स लगाता है और देश को जो डीजल पेत्रोल्स्र्कार बेच रही है ४५ फीसद मुनाफे पर . इस जी यस टी से जो तीन बातें होने जा रही हैं य=उसे गौर से देखिये .
अह्गाई - बढ़ेगी
क्रयशक्ति - घटेगी
पूंजी - केन्द्रित होगी .
उपचार ?
कारखाने के माल का वहिष्कार .
और खलिहान के उत्पाद का चलन बढाओ.


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