गांधी की जरूरत ......अब ?
गणतंत्र के पूर्वसंध्या पर तीन चार जबानी जमा खर्च हुए . देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का बयान कि संघ आतंकवादी संगठन है . ... इस बयान पर भाजपा का ऐलान कि वह संसद को नहीं चलने देगी .कांग्रेस ने अपने आपको शिंदे के बयान से अलग कर लिया . ठीक ऐनवक्त पर संघ से जुड़ी एक देवी जी प्रभा शर्मा ने फेस बुक पर नाथूराम गोडसे द्वारा बापू की की गयी ह्त्या को जायज ठहराते हुए गोडसे की तारीफ़ की गयी है .(गो कि जब यह मामला संघी घराने के पास जाय गा तो वह साफ़ साफ़ इनकार कर देंगे कि यह देवी जी संघ से नहीं हैं .प्रज्ञा ठाकुर की तरह ) इसी फेस बुक पर पूजा शुक्ला जी ने एक बेहतरीन पीस दिया है ' स्टेनली वोल्पार्ट ' की उस पुस्तक का अंश जिसमे आजादी के आगमन पर बापू कितने अकेले हो गए थे .
यहाँ हम सबसे पहले शिंदे के बयान को उठाते हैं .शिंदे ने सही कहा है . उसके लिए कितने सुबूत की जरूरत है ? अगर आतंकवाद की सही परिभाषा परिभाषित कर के देखा जाय . इनका इतिहास आतंक से शुरू होता है . गुरू गोलवरकर की पुस्तक बंच आफ थाट को बाचिये . सीधे सीधे एक कौम दूसरी कौम को धौंस देती है ,अगर भारत में रहना है तो ......../ आजादी के बाद गांधी की ह्त्या , बाबरी मस्जिद का गिराना , जैन हवाला के पैसे पर राजनीति करना और वह पैसा जो एक तरफ आतंकियों के पास जा रहा है दूसरी तरफ अडवानी के पास . गुजरात में मुसलमानों की जघन्य ह्त्या , ( कृपया इसे दंगा न कहें , यह इक तरफ़ा हमला रहा है . इसके मंत्री अपराधी बने हैं , कितने सबूत चाहिए . माले गाँव , समझौता एक्सप्रेस हमला , आदि आदि अभी अदालत में है ... /
कांग्रेस में बैठे वातानुकूलित आफिसर किसी भी तरह के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं . इसकी एक वजह है कि उन्हें यह नहीं मालुम कि कांग्रेस दो है एक सरकार और दूसरा संगठन . संगठन को खुल कर शिंदे के साथ आना चाहिए था . /
आजादी दरवाजे पर खड़ी है . भारत टुकड़े में बट रहा है . साम्प्रदायिक दंगे हो रहें हैं . ह्त्या बलात्कार ,लूट .... गांधी अकेला है . ( इस पर अलग से लिखूंगा ) लेकिन पूजाजी ने जिस पुस्तक का जिक्र किया है उसे पढ़ना चाहिए .इसी विषय पर बापू के सचिव प्यारेलाल की पुस्तक लास्ट फेज आफ महात्मा गांधी ' और डॉ लोहिया की पुस्तक ' गिल्टी मैन आफ इंडियाज पार्टीशन' देखी जा सकती है .
गणतंत्र के पूर्वसंध्या पर तीन चार जबानी जमा खर्च हुए . देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का बयान कि संघ आतंकवादी संगठन है . ... इस बयान पर भाजपा का ऐलान कि वह संसद को नहीं चलने देगी .कांग्रेस ने अपने आपको शिंदे के बयान से अलग कर लिया . ठीक ऐनवक्त पर संघ से जुड़ी एक देवी जी प्रभा शर्मा ने फेस बुक पर नाथूराम गोडसे द्वारा बापू की की गयी ह्त्या को जायज ठहराते हुए गोडसे की तारीफ़ की गयी है .(गो कि जब यह मामला संघी घराने के पास जाय गा तो वह साफ़ साफ़ इनकार कर देंगे कि यह देवी जी संघ से नहीं हैं .प्रज्ञा ठाकुर की तरह ) इसी फेस बुक पर पूजा शुक्ला जी ने एक बेहतरीन पीस दिया है ' स्टेनली वोल्पार्ट ' की उस पुस्तक का अंश जिसमे आजादी के आगमन पर बापू कितने अकेले हो गए थे .
यहाँ हम सबसे पहले शिंदे के बयान को उठाते हैं .शिंदे ने सही कहा है . उसके लिए कितने सुबूत की जरूरत है ? अगर आतंकवाद की सही परिभाषा परिभाषित कर के देखा जाय . इनका इतिहास आतंक से शुरू होता है . गुरू गोलवरकर की पुस्तक बंच आफ थाट को बाचिये . सीधे सीधे एक कौम दूसरी कौम को धौंस देती है ,अगर भारत में रहना है तो ......../ आजादी के बाद गांधी की ह्त्या , बाबरी मस्जिद का गिराना , जैन हवाला के पैसे पर राजनीति करना और वह पैसा जो एक तरफ आतंकियों के पास जा रहा है दूसरी तरफ अडवानी के पास . गुजरात में मुसलमानों की जघन्य ह्त्या , ( कृपया इसे दंगा न कहें , यह इक तरफ़ा हमला रहा है . इसके मंत्री अपराधी बने हैं , कितने सबूत चाहिए . माले गाँव , समझौता एक्सप्रेस हमला , आदि आदि अभी अदालत में है ... /
कांग्रेस में बैठे वातानुकूलित आफिसर किसी भी तरह के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं . इसकी एक वजह है कि उन्हें यह नहीं मालुम कि कांग्रेस दो है एक सरकार और दूसरा संगठन . संगठन को खुल कर शिंदे के साथ आना चाहिए था . /
आजादी दरवाजे पर खड़ी है . भारत टुकड़े में बट रहा है . साम्प्रदायिक दंगे हो रहें हैं . ह्त्या बलात्कार ,लूट .... गांधी अकेला है . ( इस पर अलग से लिखूंगा ) लेकिन पूजाजी ने जिस पुस्तक का जिक्र किया है उसे पढ़ना चाहिए .इसी विषय पर बापू के सचिव प्यारेलाल की पुस्तक लास्ट फेज आफ महात्मा गांधी ' और डॉ लोहिया की पुस्तक ' गिल्टी मैन आफ इंडियाज पार्टीशन' देखी जा सकती है .